जानें क्यों मनाया जाता है International Day of Happiness? इस लेख में पढ़े इसके इतिहास और महत्व के बारे में
- By Sheena --
- Monday, 20 Mar, 2023
International Day of Happiness know the significance and history of the day.
International Day of Happiness 2023: हर साल 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस मनाया जाता है। यह दिन हमारे जीवन में खुशी, तंदुरूस्ती और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। आज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई अपनी खुशी की तलाश कर रहा है क्योंकि लोग सोशल होना और वर्क बैलेंस करना भूल गए हैं लिहाजा उन्हें हर छोटी छोटी चीजों में खुशियां ढूंढनी पड़ती है। स्ट्रेस भरी इस लाइफ में लोग अपनी मेंटल एंड फिजिकल हेल्थ पर ध्यान देना भूल गए हैं इसलिए खुशी के अंतर्राष्ट्रीय दिवस को मनाना हमें यह महसूस करने के लिए प्रेरित करता है कि खुशी का हमारी दीर्घायु और उत्पादकता पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इस अवसर को चिह्नित करने का एक तरीका प्रियजनों के साथ हार्दिक बधाई और उद्धरण साझा करना है, जिससे उन्हें खुशी को गले लगाने के लिए प्रेरित किया जा सके।
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जानें अंतरराष्ट्रीय खुशी दिवस के इतिहास में
संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nation General Assembly) द्वारा 2011 में यह संकल्प लिया गया था कि हैप्पीनेश मानव का मूलभूत अधिकार होना चाहिए और हर देश का आर्थिक विकास मानव की खुशी और उनके लाइफस्टाइल (lifestyle) को बेहतर बनाने पर आधारित होना चाहिए। ऐसे में साल 2012 में इसी संकल्प के साथ इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस मनाने की घोषणा की गई थी और साल 2013 में पहली बार इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस मनाया गया था।
क्या है इसका महत्व ?
इस से भी रोचक बात यह भी है कि एक दूसरे को केवल खुशियों के महत्व को ही याद दिलाते रहने से हम खुद को कई उलझनों में फंसाने से बचा सकते हैं। खुशियों को केंद्र में रखने से हम लोगो को अपने बेहतरी के लिए प्राथमिकताएं तय करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं और उसके साथ ही उनकी साकारत्मक मानसिक सेहत को भी बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं। खुशियों से संबंधित एक और अनोखी बात यह है कि खुशी के लिए बहुत बड़े प्रयास करना जरूरी नहीं है हम छोटे-छोटे कामों से भी खुशियां हासिल कर सकते हैं और एक मुस्कुराहट से आसान क्या हो सकता है। अपनों और बच्चों के मुख पर मुस्कुराहट अपने आप ही हमारे चेहरे पर भी सुकून, मुस्कुराहट और खुशी के भाव आ जाते हैं।
कितनी अहमियत है खुशी की
खुशियां हासिल करने के कई तरीके हैं लेकिन सबसे जरूरी बात हमें जो ध्यान रखना चाहिए कि हमें जिन उद्देश्यों और लक्ष्यों के लिए जी रहे हैं उनमें खुशियों का क्या स्थान है यह जरूर तय करें। हमारे में मूल्यों के तंत्र में खुशियों का क्या स्थान हैं यह विचार करना भी जरूरी है। आखिर हम किस हद तक जाकर खुशियां हासिल करना चाहते हैं और उसके क्या क्या खोने के लिए तैयार हैं।
कई समस्याओं का हल
हैरानी की बात है कि इस बात को अक्सर ही नजरअंदाज कर दिया जाता है कि खुशियां हमारी कई समस्याओं का एक साथ समाधान पैदा करने का काम करती हैं। जैसे खुश व्यक्ति ज्यादा सेहतमंद होता है। उसके जीवन में ना केवल तनाव कम होता है बल्कि उसमें तनाव झेलने की क्षमता भी अधिक हो जाती है।
शरीर होता है स्वस्थ
जब आप खुश होती हैं, तो स्ट्रेस हॉर्मोन कोर्टिसोल लेवल घट जाता है। इससे एनडोरफिन और सेरोटोनिन हॉर्मोन का प्रोडक्शन बढ़ जाता है। यह हैप्पीनेस हॉर्मोन कहलाता है। यह हमारे पूरे शरीर पर अच्छा प्रभाव डालता है।